एक स्त्री बाबा जी की भक्त थी । वे बचपन से ही मंत्र जाप करती थी । महाराजजी के शरीर छोड़ने से 15 दिन पहले वे उनसे मिली । बाबा ने उसे अपने पास बुलाया और बोले ,” मेरे पास एक नया मंत्र है , क्या तुम उसे करोगी । वे बोली ,” महाराजजी मैं तो बचपन से मंत्र जाप कर रही हूँ , अब कैसे बदल सकती हूँ ।”
बाबा बोले,” मेरे पाँव छुओ । ” उसने यही किया । यही नया मंत्र था । जो महाराजजी द्वारा उसे दिया गया ।” बाबा द्वारा दिये गये मंत्र को समझना किसी के बस में नही । पर इतना अवश्य कि दुनिया की सारी नेमते यही मिलती है ।
मिरेकल आफ लव