भक्त का पुत्र बनगया आई पी एस

एक बार की बात है कि बाबाजी कैंची धाम में बैठे हुए थे उसी समय पुलिस सब इंस्पेक्टर राम नारायण सिन्हा जो धीरे धीरे बाबा नीमकरोरी के भक्त हो चले थे , जब वह बाबाजी से मिलने गये तो बाबाजी ने उनसे कागज व पेन ले आने को कहा | कागज पेन लेकर बाबाजी ने उस पर राम राम लिखना प्रारम्भ कर दिया, जब पूरा कागज भर गया तो अन्त में बाबाजी ने लिख दिया कि तू पुलिस कप्तान बनेगा तथा अपना अंगूठा लगाकर नीचे लिख दिया बाबा नीबकरोरी । साथ ही यह कागज श्री सिन्हा के हाथ में थमा दिया ।
अंग्रेजी शासनकाल में कैसे एक हिंदुस्तानी दरोगा आई.पी.एस. अफसर बन जायेगा इस बात पर रत्ती भर यकीन न करते हुये भी उन्होने वह कागज अपने पास रख लिया ।
सब इंस्पेक्टर सिन्हा के चौंकने की बारी तब आयी जब सन् 1947 में देश के आजाद होते ही पुलिस अफसरों की भारी कमी हो गयी और श्री सिन्हा को पुलिस कप्तान के पद पर तैनात कर दिया गया।